ऐसे इंसानों के जीवन की शाम नहीं होती “
जो लिखा है वही मिलेगा हमें ,
दुःख में स्वयं की एक अंगुली
Movers and Packers in Bhiwani
इतना कहते हुए कर डाली हद अदाओं की।
यदि भविष्य की चिंता है तो वर्तमान को सुधार लो
कौन...? इक अनउत्तरित प्रश्न
हसरतें पाल लो, चाहे जितनी, कोई बंदिश थोड़े है,
मुख से निकली पहली भाषा हिन्दी है।
आध्यात्मिक शक्ति व नैतिक मूल्यों से ध्यान से मानसिक शांति मि