*कॉंवड़ियों को कीजिए, झुककर सहज प्रणाम (कुंडलिया)*
वो कैसा दौर था,ये कैसा दौर है
"" *आओ करें कृष्ण चेतना का विकास* ""
गीत - जीवन मेरा भार लगे - मात्रा भार -16x14
अच्छे दोस्त भी अब आंखों में खटकने लगे हैं,
जिंदगी में रंग भरना आ गया
करके ये वादे मुकर जायेंगे
#शिवाजी_के_अल्फाज़
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
"हार व जीत तो वीरों के भाग्य में होती है लेकिन हार के भय से
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
बचाओं नीर
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
तुम कहती हो की मुझसे बात नही करना।
जिसे हम हद से ज्यादा चाहते है या अहमियत देते है वहीं हमें फा
222. प्रेम करना भी इबादत है।
*सुनकर खबर आँखों से आँसू बह रहे*
लौ मुहब्बत की जलाना चाहता हूँ..!
मां की दूध पीये हो तुम भी, तो लगा दो अपने औलादों को घाटी पर।