💖🌹 हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹💖
वक्त की नजाकत को समझें ' मराठी मानुष ' क्या पता, किसे ' सजदा ' करना पड़ जाए
तेरा हम परदेशी, कैसे करें एतबार
*सरल हृदय श्री सत्य प्रकाश शर्मा जी*
मुझे भी "याद" रखना,, जब लिखो "तारीफ " वफ़ा की.
जब किसान के बेटे को गोबर में बदबू आने लग जाए
खिचे है लीक जल पर भी,कभी तुम खींचकर देखो ।
मनवार
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
छिपी रहती है दिल की गहराइयों में ख़्वाहिशें,
24/226. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
सुन लो प्रिय अब किसी से प्यार न होगा।/लवकुश यादव "अजल"
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
मासूम शैशव पुनीत रहे
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}