Hallucination Of This Night
*हमें बेटी बचाना है, हमें बेटी पढ़ाना है (मुक्तक)*
ख्वाहिशों की ना तमन्ना कर
याद दिल में जब जब तेरी आईं
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
धीरे-धीरे ला रहा, रंग मेरा प्रयास ।
मैं गुल बना गुलशन बना गुलफाम बना
मां के आंचल में कुछ ऐसी अजमत रही।
हम "बालकृष्ण" के भक्तों का
वाणी और पाणी का उपयोग संभल कर करना चाहिए...
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जिंदगी को जीने का तरीका न आया।
अपने को अपना बना कर रखना जितना कठिन है उतना ही सहज है दूसरों
मेरे मित्र के प्रेम अनुभव के लिए कुछ लिखा है जब उसकी प्रेमि
हंसते ज़ख्म
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
आपकी अच्छाईया बेशक अदृष्य हो सकती है