कुदरत और भाग्य......एक सच
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हो मापनी, मफ़्हूम, रब्त तब कहो ग़ज़ल।
मेरे हमदर्द मेरे हमराह, बने हो जब से तुम मेरे
माहिया छंद विधान (पंजाबी ) सउदाहरण
सफ़र ज़िंदगी का आसान कीजिए
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
आप वक्त को थोड़ा वक्त दीजिए वह आपका वक्त बदल देगा ।।
*सुना है आजकल हाकिम से, सेटिंग का जमाना है【हिंदी गजल/गीतिका】
नाचणिया स नाच रया, नचावै नटवर नाथ ।
खुदा किसी को किसी पर फ़िदा ना करें
*जिंदगी मुझ पे तू एक अहसान कर*
" लक्ष्य सिर्फ परमात्मा ही हैं। "
जो कभी रहते थे दिल के ख्याबानो में
अद्वितीय प्रकृति
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25