आमंत्रण और निमंत्रण में क्या अन्तर होता है
चाँद पूछेगा तो जवाब क्या देंगे ।
"क्रोधित चिड़िमार"(संस्मरण -फौजी दर्शन ) {AMC CENTRE LUCKNOW}
छोड़ जाते नही पास आते अगर
मात पिता गुरु बंधुप्रिय, भाखहि झूठ पे झूठ।
सरकार अपराध पर तो नियंत्रण रख सकती है पर किसी के मन पर नहीं
*उसकी फितरत ही दगा देने की थी।
ये क्या किया जो दिल को खिलौना बना दिया
यूं ही कोई लेखक नहीं बन जाता।
*अभिनंदन डॉक्टर तुम्हें* (कुंडलिया)
निहारिका साहित्य मंच कंट्री ऑफ़ इंडिया फाउंडेशन ट्रस्ट के द्वितीय वार्षिकोत्सव में रूपेश को विश्वभूषण सम्मान से सम्मानित किया गया