बिखरे ख़्वाबों को समेटने का हुनर रखते है,
आप हर पल हर किसी के लिए अच्छा सोचे , उनके अच्छे के लिए सोचे
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
–स्वार्थी रिश्ते —
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
****🙏🏻आह्वान🙏🏻****
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
जय माँ दुर्गा देवी,मैया जय अंबे देवी...
"धन्य प्रीत की रीत.."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
ख़ुद को हमारी नज़रों में तलाशते हैं,
काव्य की आत्मा और रीति +रमेशराज
कोई विरला ही बुद्ध बनता है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
तड़प कर मर रही हूं तुझे ही पाने के लिए
नज़र बचा कर चलते हैं वो मुझको चाहने वाले
कोई गीता समझता है कोई कुरान पढ़ता है ।
मन मेरे तू, सावन-सा बन...