कभी कभी लगता है की मैं भी मेरे साथ नही हू।हमेशा दिल और दिमाग
🚩🚩 "पं बृजेश कुमार नायक" का परिचय
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
🥀*गुरु चरणों की धूल* 🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
घेरे मे संदेह के, रहता सत्य रमेश
गीत- तेरा जो साथ मिल जाए...
"इस जीवन-रूपी चंदन पर, कितने विषधर लिपट गए।
कभी भी खुली किताब मत बनो यार
मैं अक्सर तन्हाई में......बेवफा उसे कह देता हूँ
तेरे होने से ही तो घर, घर है
वज़्न ---221 1221 1221 122 बह्र- बहरे हज़ज मुसम्मन अख़रब मक़्फूफ़ मक़्फूफ़ मुखंन्नक सालिम अर्कान-मफ़ऊल मुफ़ाईलु मुफ़ाईलु फ़ऊलुन
बदलाव की ओर
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सबसे सुंदर जग में अपना, तीर्थ अयोध्या धाम है (गीत)
#मातृभाषा हिंदी #मातृभाषा की दशा और दिशा
चरित्र अगर कपड़ों से तय होता,