Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Sep 2023 · 1 min read

2531.पूर्णिका

2531.पूर्णिका
🌹आगे आगे आ जाते 🌹
22 22 22 2
आगे आगे आ जाते।
भागे भागे आ जाते।।
अपना जो भी है सपना ।
सोते जागे आ जाते ।।
रोज बदलती ये दुनिया।
सब बिन मांगे आ जाते।।
मंजिल मंजिल है अपनी।
झंडा टाँगे आ जाते।।
बन पहचान यहाँ खेदू ।
वक्त पे पागे आ जाते ।।
…..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
30-9-2023शनिवार

185 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
विचार और भाव-1
विचार और भाव-1
कवि रमेशराज
शीर्षक: पापी मन
शीर्षक: पापी मन
Harminder Kaur
क्यों गम करू यार की तुम मुझे सही नही मानती।
क्यों गम करू यार की तुम मुझे सही नही मानती।
Ashwini sharma
दिलकश
दिलकश
Vandna Thakur
चाहता हूं
चाहता हूं
इंजी. संजय श्रीवास्तव
जन्म पर बाटी मिठाई
जन्म पर बाटी मिठाई
Ranjeet kumar patre
सत्य की विजय हुई,
सत्य की विजय हुई,
Sonam Puneet Dubey
तू रहोगी मेरे घर में मेरे साथ हमें पता है,
तू रहोगी मेरे घर में मेरे साथ हमें पता है,
Dr. Man Mohan Krishna
आजकल की स्त्रियां
आजकल की स्त्रियां
Abhijeet
डाल-डाल तुम होकर आओ, पात-पात मैं आता हूँ।
डाल-डाल तुम होकर आओ, पात-पात मैं आता हूँ।
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
देख कर उनको
देख कर उनको
हिमांशु Kulshrestha
विकल्प
विकल्प
Sanjay ' शून्य'
6 साल पुराना फोटो
6 साल पुराना फोटो
Rituraj shivem verma
4698.*पूर्णिका*
4698.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"आँसू "
Dr. Kishan tandon kranti
अंधेर नगरी
अंधेर नगरी
Dr.VINEETH M.C
जिदंगी भी साथ छोड़ देती हैं,
जिदंगी भी साथ छोड़ देती हैं,
Umender kumar
क्यो नकाब लगाती हो
क्यो नकाब लगाती हो
भरत कुमार सोलंकी
इन काली रातों से इक गहरा ताल्लुक है मेरा,
इन काली रातों से इक गहरा ताल्लुक है मेरा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*धरा पर देवता*
*धरा पर देवता*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जीवन है
जीवन है
Dr fauzia Naseem shad
पिछला वक़्त अगले वक़्त के बारे में कुछ नहीं बतलाता है!
पिछला वक़्त अगले वक़्त के बारे में कुछ नहीं बतलाता है!
Ajit Kumar "Karn"
मैं पापी प्रभु उर अज्ञानी
मैं पापी प्रभु उर अज्ञानी
कृष्णकांत गुर्जर
पढो वरना अनपढ कहलाओगे
पढो वरना अनपढ कहलाओगे
Vindhya Prakash Mishra
अन्तस की हर बात का,
अन्तस की हर बात का,
sushil sarna
तुमसे करता हूँ मोहब्बत मैं जैसी
तुमसे करता हूँ मोहब्बत मैं जैसी
gurudeenverma198
..
..
*प्रणय*
*कुंडी पहले थी सदा, दरवाजों के साथ (कुंडलिया)*
*कुंडी पहले थी सदा, दरवाजों के साथ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मन भर बोझ हो मन पर
मन भर बोझ हो मन पर
Atul "Krishn"
साहस है तो !
साहस है तो !
Ramswaroop Dinkar
Loading...