2531.पूर्णिका
2531.पूर्णिका
🌹आगे आगे आ जाते 🌹
22 22 22 2
आगे आगे आ जाते।
भागे भागे आ जाते।।
अपना जो भी है सपना ।
सोते जागे आ जाते ।।
रोज बदलती ये दुनिया।
सब बिन मांगे आ जाते।।
मंजिल मंजिल है अपनी।
झंडा टाँगे आ जाते।।
बन पहचान यहाँ खेदू ।
वक्त पे पागे आ जाते ।।
…..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
30-9-2023शनिवार