इज़्जत भरी धूप का सफ़र करना,
सबके दिल में छाजाओगी तुम
Aasukavi-K.P.S. Chouhan"guru"Aarju"Sabras Kavi
*बातें बनती-बनती बिगड़ती हैँ*
" ठिठक गए पल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
चला आया घुमड़ सावन, नहीं आए मगर साजन।
खामोशी सुनता हूं
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
विद्यालयीय पठन पाठन समाप्त होने के बाद जीवन में बहुत चुनौतिय
*पहाड़ से आए ज्योतिषियों ने बसाया रामपुर का 'मोहल्ला जोशियान
ईश्वर में आसक्ति मोक्ष है
शहर की बस्तियों में घोर सन्नाटा होता है,