वो गुलशन सा बस बिखरता चला गया,
सवैया छंदों के नाम व मापनी (सउदाहरण )
कस्तूरी इत्र
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
एक पल में जिंदगी तू क्या से क्या बना दिया।
इंसान एक दूसरे को परखने में इतने व्यस्त थे
जीवन का हर पल बेहतर होता है।
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हंसना आसान मुस्कुराना कठिन लगता है
जिन्दगी कभी नाराज होती है,
जिंदगी एडजस्टमेंट से ही चलती है / Vishnu Nagar
अंधेरा कभी प्रकाश को नष्ट नहीं करता
ये घड़ी की टिक-टिक को मामूली ना समझो साहब