लेकिन वतन तू जिन्दाबाद रहे
सनातन धर्म के पुनरुत्थान और आस्था का जन सैलाब
मैं नारी, सर्वशक्तिशाली हूँ।
पेड़ लगाओ एक - दो, उम्र हो रही साठ.
चाय की आदत
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
धर्म पर हंसते ही हो या फिर धर्म का सार भी जानते हो,
Anamika Tiwari 'annpurna '
■ आज तक की गणना के अनुसार।
*सिंह की सवारी (घनाक्षरी : सिंह विलोकित छंद)*
दोस्त,ज़िंदगी को अगर जीना हैं,जीने चढ़ने पड़ेंगे.