2526.पूर्णिका
2526.पूर्णिका
🌹कसमें खाते 🌹
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कसमें खाते।
मन को भाते।।
रोज उजाला ।
दीप जलाते ।।
भाग्य विधाता ।
दर्पण दिखाते ।।
जीवन प्यारा ।
जग हंसाते ।।
वादा खेदू ।
साथ निभाते ।।
………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
30-9-2023शनिवार