“Your work is going to fill a large part of your life, and t
रोटी से फूले नहीं, मानव हो या मूस
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
पर्यावरण दिवस पर विशेष गीत
पाप बढ़ा वसुधा पर भीषण, हस्त कृपाण कटार धरो माँ।
जिसनें जैसा चाहा वैसा अफसाना बना दिया
लोग कहते हैं मैं कड़वी जबान रखता हूँ
श्री राम! मैं तुमको क्या कहूं...?
वैसे कार्यों को करने से हमेशा परहेज करें जैसा कार्य आप चाहते
क्या ख़ूब तरसे हैं हम उस शख्स के लिए,
मन से उतरे लोग दाग धब्बों की तरह होते हैं
******** कुछ दो कदम तुम भी बढ़ो *********
तुझसे वास्ता था,है और रहेगा