Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Sep 2023 · 1 min read

2519.पूर्णिका

2519.पूर्णिका
🌹मेरा नसीब खिल गया 🌹
2212 1212
मेरा नसीब खिल गया ।
राही करीब मिल गया ।।
दिल के अमीर हम बने।
कोई गरीब मिल गया ।।
जीना यहाँ खुशी खुशी।
साथी रकीब मिल गया ।।
परवाह की समझ हमें ।
सच वो तहजीब मिल गया ।।
खेदू नया लिखे पढ़े ।
जग भी अजीब मिल गया ।।
……..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
29-9-2023शुक्रवार

344 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
2122 1212 22/112
2122 1212 22/112
SZUBAIR KHAN KHAN
तू शौक से कर सितम ,
तू शौक से कर सितम ,
शेखर सिंह
*जिंदगी से हर किसी को, ही असीमित प्यार है (हिंदी गजल)*
*जिंदगी से हर किसी को, ही असीमित प्यार है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
न दें जो साथ गर्दिश में, वह रहबर हो नहीं सकते।
न दें जो साथ गर्दिश में, वह रहबर हो नहीं सकते।
सत्य कुमार प्रेमी
मनोरमा
मनोरमा
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
ज़िंदगी...
ज़िंदगी...
Srishty Bansal
काश आज चंद्रमा से मुलाकाकत हो जाती!
काश आज चंद्रमा से मुलाकाकत हो जाती!
पूर्वार्थ
बुंदेली (दमदार दुमदार ) दोहे
बुंदेली (दमदार दुमदार ) दोहे
Subhash Singhai
जननी हो आप जननी बनके रहो न की दीन।
जननी हो आप जननी बनके रहो न की दीन।
जय लगन कुमार हैप्पी
भक्त बनो हनुमान के,
भक्त बनो हनुमान के,
sushil sarna
मुझसे नाराज़ कभी तू , होना नहीं
मुझसे नाराज़ कभी तू , होना नहीं
gurudeenverma198
# कुछ देर तो ठहर जाओ
# कुछ देर तो ठहर जाओ
Koमल कुmari
ना आसमान सरकेगा ना जमीन खिसकेगी।
ना आसमान सरकेगा ना जमीन खिसकेगी।
Lokesh Sharma
"मोहलत"
Dr. Kishan tandon kranti
उदासीनता के शिखर श्रेष्ठ ने, यूँ हीं तो नहीं अपनाया है।
उदासीनता के शिखर श्रेष्ठ ने, यूँ हीं तो नहीं अपनाया है।
Manisha Manjari
*** तुम से घर गुलज़ार हुआ ***
*** तुम से घर गुलज़ार हुआ ***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
एक सही आदमी ही अपनी
एक सही आदमी ही अपनी
Ranjeet kumar patre
"मिलते है एक अजनबी बनकर"
Lohit Tamta
।। धन तेरस ।।
।। धन तेरस ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
मुहब्बत
मुहब्बत
Dr. Upasana Pandey
ईश्वर का
ईश्वर का "ह्यूमर" - "श्मशान वैराग्य"
Atul "Krishn"
सावन तब आया
सावन तब आया
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
🙅सामयिक मुक्तक🙅
🙅सामयिक मुक्तक🙅
*प्रणय*
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
3938.💐 *पूर्णिका* 💐
3938.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
रफ़्ता -रफ़्ता पलटिए पन्ने तार्रुफ़ के,
रफ़्ता -रफ़्ता पलटिए पन्ने तार्रुफ़ के,
ओसमणी साहू 'ओश'
कविता : चंद्रिका
कविता : चंद्रिका
Sushila joshi
रामचरितमानस
रामचरितमानस
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
Loading...