2490.पूर्णिका
2490.पूर्णिका
🌹भूल है शूल है 🌹
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भूल है शूल है ।
दिल खिले फूल है ।।
गजब ये जिंदगी ।
मंजिलें कूल है ।।
मेहनत महकते।
कदम है धूल है ।।
हाल बेहाल भी ।
ब्याज है मूल है ।।
शान खेदू रखे ।
ले मजा झूल है ।।
……..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
23-9-2023शनिवार