2470.पूर्णिका
2470.पूर्णिका
🌷हर बात पे सियासत करते🌷
2212 122 22
हर बात पे सियासत करते ।
हो नाम क्या सियासत करते ।।
दाना नहीं न पानी देते ।
नेता यहाँ सियासत करते ।।
बेमौत जिंदगी भी छीने ।
क्या गम खुशी सियासत करते ।।
दिन चार चांदनी रहती है ।
फिर भी यहाँ सियासत करते ।।
बदले कहाँ जमाना खेदू ।
हर चीज में सियासत करते ।।
…………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
10-9-2023रविवार