2464.पूर्णिका
2464.पूर्णिका
🌷तुम समझ ना पाए हमें🌷
2212 2212
तुम समझ ना पाए हमें ।
कुछ जान ना पाए हमें ।।
ये जिंदगी है जिंदगी ।
नाराज ना पाए हमें ।।
यूं बदलते तकदीर भी ।
बेकार ना पाए हमें ।।
जब पास है मंजिल जहाँ ।
सच सोच ना पाए हमें ।।
बस प्यार दे खेदू यहाँ ।
बेजान ना पाए हमें ।।
…………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
6-9-2023बुधवार