2459.पूर्णिका
2459.पूर्णिका
🌷कोई हमें समझ पाते🌷
2212 2122
कोई हमें समझ पाते ।
यूं प्यार के गीत गाते ।।
रहते नहीं रोज तनहा ।
गम भी खुशी जीत जाते ।।
अहसास मरते जहाँ भी ।
बस हौसला दाग आते ।।
अपनी कथा अजब कहते ।
रुठी किस्मत भाग जाते ।।
क्या जिंदगी आज खेदू ।
दुनिया नई खोज लाते ।।
……….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
2-9-2023शनिवार