दिल सचमुच आनंदी मीर बना।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
रमेशराज के पशु-पक्षियों से सम्बधित बाल-गीत
अगर दिल में प्रीत तो भगवान मिल जाए।
सच तो जीवन में हमारी सोच हैं।
शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है दोस्तों यहां पर,
अगर आप हमारी मोहब्बत की कीमत लगाने जाएंगे,
स्मृति : पंडित प्रकाश चंद्र जी
अबके रंग लगाना है
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
शासक की कमजोरियों का आकलन
आपको देखकर _दिल को ऐसा लगा
" ठिठक गए पल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "