2443.पूर्णिका
2443.पूर्णिका
🌷सच कहता हूँ जब तुम मेरे हो जाओगे🌷
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सच कहता हूँ जब तुम मेरे हो जाओगे।
प्यारे प्यारे सपनों में यूं खो जाओगे ।।
काँटे भी फूल बनेंगे अपनी बगियां में ।
जब बीज जहाँ मुहब्बत के तुम बो जाओगे ।।
हालातों से हमने सीखा जीना मरना।
आएगी तुमको नींद यहाँ सो जाओगे ।।
भूख नहीं लगती फिर भी खा लेते सब कुछ ।
धोते बहती गंगा में मन धो जाओगे ।।
रोज तमाशा करते खेदू दुनिया वाले ।
हर बोझ यहाँ अपने सर तुम ढ़ो जाओगे ।।
………….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
21-8-2023सोमवार