मैं तुझ सा कोई ढूंढती रही
हर ज़ुबां पर यही ख़बर क्यों है
बुंदेली चौकड़िया- पानी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
दर्द अपना, गिला नहीं कोई।
🥀 #गुरु_चरणों_की_धूल 🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
महिलाएं जितना तेजी से रो सकती है उतना ही तेजी से अपने भावनाओ
कहां की बात, कहां चली गई,
राधे
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
#ਸੱਚ ਕੱਚ ਵਰਗਾ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
*सॉंसों में जिसके बसे, दशरथनंदन राम (पॉंच दोहे)*
लम्हें यादों के.....
कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप"
अजीज़ सारे देखते रह जाएंगे तमाशाई की तरह