बस पल रहे है, परवरिश कहाँ है?
24/225. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
हमारी दुआ है , आगामी नववर्ष में आपके लिए ..
पेपर लीक का सामान्य हो जाना
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १)
किसी भी काम में आपको मुश्किल तब लगती है जब आप किसी समस्या का
कोई ना होता है अपना माँ के सिवा
जब हम गलत मार्ग या भटकते हैं तभी हम खोज के तरफ बढ़ते हैं, नह
कहीं खूबियां में भी खामियां निकाली जाती है, वहीं कहीं कमियो
कभी मोहब्बत के लिए मरता नहीं था
धीरे-धीरे ला रहा, रंग मेरा प्रयास ।
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
किसी राह पे मिल भी जाओ मुसाफ़िर बन के,
मना लिया नव बर्ष, काम पर लग जाओ
मैं इस दुनिया का सबसे बुरा और मुर्ख आदमी हूँ
किया जाता नहीं रुसवा किसी को