Life is beautiful when you accept your mistakes and make eve
मैं लोगों की तरह चांद तारे तोड़ कर तो नही ला सकता लेकिन तुम
जो ले जाये उस पार दिल में ऐसी तमन्ना न रख
शायद मेरी सदा उसके दिल में उतर
आज पलटे जो ख़्बाब के पन्ने - संदीप ठाकुर
हमें क्या पता मौत को गले लगाने जा रहे थे....😥😥😥
पयोनिधि नेह में घोली, मधुर सुर साज है हिंदी।
निभाने को यहाँ अब सब नए रिश्ते निभाते हैं
मर्यादित आचरण व बड़ों का सम्मान सही है,
भला कैसे सुनाऊं परेशानी मेरी
ये बिल्कुल मेरी मां जैसी ही है
एहसास
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हर ज़ुबां पर यही ख़बर क्यों है
बेचैनी तब होती है जब ध्यान लक्ष्य से हट जाता है।
तुम्हें भूल नहीं सकता कभी