साधना तू कामना तू।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
"If my energy doesn't wake you up,
*सीखो जग में हारना, तोड़ो निज अभिमान (कुंडलिया)*
फूल यूहीं खिला नहीं करते कलियों में बीज को दफ़्न होना पड़ता
रात ॲंधेरी सावन बरसे नहीं परत है चैन।
पूर्ण शरद का चंद्रमा, देख रहे सब लोग
बचपन की वो बिसरी यादें...!!
Pseudo Democracy and Monopolistic Capitalism: An In-Depth Analysis in the Present Geopolitical Scenario
शिल्प के आदिदेव विश्वकर्मा भगवान
"प्रकृति गीत"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।