कहने वाले कहने से डरते हैं।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
वक्त बर्बाद मत करो किसी के लिए
बह्र ## 2122 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफिया ## चुप्पियाँ (इयाँ) रदीफ़ ## बिना रदीफ़
****अपने स्वास्थ्य से प्यार करें ****
सच को कभी तुम छुपा नहीं सकते
जीवन के रास्ते हैं अनगिनत, मौका है जीने का हर पल को जीने का।
हवा भी कसमें खा–खा कर जफ़ायें कर ही जाती है....!
singh kunwar sarvendra vikram
*स्वदेशी या विदेशी*
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
धर्मांध
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
क्या हुआ जो मेरे दोस्त अब थकने लगे है
चमकते सूर्य को ढलने न दो तुम
स्वर्गीय रईस रामपुरी और उनका काव्य-संग्रह एहसास