24/254. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/254. छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
🌷 चूलहा फुकत रथे 🌷
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चुलहा फुकत रथे ।
अंगरा धुकत रथे ।।
कुछु नई सुनय कोनो।
कुकुर हा भुकत रथे ।।
रोज खावत मांदी ।
नेंग ला टुकत रथे ।।
बस कमावत नंगत ।
धान ला कुटत रथे ।।
देख सुन रा खेदू।
बेरा हा चुकत रथे।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
06-03-2024बुधवार