24/243. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/243. छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
🌷 धर के चल मया के रद्दा🌷
22 212 212
धर के चल मया के रद्दा ।
हवय सुघ्घर मया के रद्दा ।।
जिनगी चहकथे संग मा।
महकत ये मया के रद्दा ।।
भागत अंधियारी जिहां ।
अंजोरी मया के रद्दा ।।
करमा ददरिया करम के ।
गावत सब मया के रद्दा ।।
पीरा हरय खेदू इहां ।
बस हांसत मया के रद्दा ।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
24-02-2024शनिवार