24/239. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/239. छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
🌷 सबला अपन समझ लेथन🌷
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सबला अपन समझ लेथन।
दुनिया अपन समझ लेथन ।।
बांटत रा चान करेजा ।
पीरा अपन समझ लेथन ।।
नदिया कस जिनगी जेकर।
फितरत अपन समझ लेथन ।।
बिगड़त बनथे सुनता ले।
पीरित अपन समझ लेथन ।।
बइरी कोन इहां खेदू ।
संगी अपन समझ लेथन ।।
……….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
03-02-2024शनिवार