2389.पूर्णिका
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2389.पूर्णिका
🌷अपने भी बेगाने हो गए 🌷
22 22 22 2212
अपने भी यूं बेगाने हो गए ।
हम काँटों के दीवाने हो गए ।।
जैसे तैसे कटती है जिंदगी ।
पग पग पर अब मयखाने हो गए ।।
है अंधेरा ना बिखरे रौशनी ।
चमके घर घर पैखाने हो गए ।।
ये कद भी दुनिया में छोटे बड़े ।
देखो क्या क्या पैमाने हो गए ।।
घोट गला खुद खेदू पी ले जहर।
गीत यहाँ दर्द के गाने हो गए ।।
……….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
10-7-2023सोमवार