2379.पूर्णिका
2379.पूर्णिका
⚘मेरी आँखों में तू ⚘
22 22 22
मेरे दिल में है तू ।
मेरी आँखों में तू ।।
तू ही मेरी मंजिल।
मेरे साँसों में तू ।।
हूँ दीवाना पागल ।
चाहत बाँहों में तू ।।
प्यार जहाँ प्यार वहाँ ।
हरदम आहों में तू ।।
निखरे दुनिया खेदू ।
बस हर बातों में तू ।।
……….✍डॉ .खेदू भारती “सत्येश”
5-7-2023बुधवार