2332.पूर्णिका
2332.पूर्णिका
🌹देकर फूल नसीहत देते🌷
देकर फूल नसीहत देते ।
करके भूल नसीहत देते ।।
जीना कैसे तेरे बिन अब ।
देके तूल नसीहत देते ।।
सबके दिल में प्यार नहीं है ।
बोके शूल नसीहत देते।।
अजब कहानी है दुनिया की ।
झूला झूल नसीहत देते।।
साथ निभाते भी कौन यहाँ ।
मौसम कूल नसीहत देते।।
मंजिल अपनी पाते खेदू ।
हिलते चूल नसीहत देते।।
………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
6-6-2023मंगलवार