2326.पूर्णिका
2326.पूर्णिका
🌷मेरी चाहत मेरे अरमान हो 🌷
22 22 22 2212
मेरी चाहत मेरे अरमान हो ।
मेरी शाने दुनिया अभिमान हो ।।
महके हरदम अपनी ये जिंदगी ।
तू ही जाने जिगर यहाँ जान हो ।।
मिलता है यार किस्मत से प्यार भी ।
धड़के दिल की धड़कन पहचान हो ।।
प्रेम विश्वास जहाँ सच दर्द भी दवा ।
बदले फितरत की आज जुबान हो ।।
नूर यहाँ खेदू माथों की चमक ।
यूं मित्र बनकर हर वक्त कुरबान हो ।।
………..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
6-8-2023रविवार
(मित्रता दिवस)