2319.पूर्णिका
2319.पूर्णिका
🌷भावों को पढ़ पाते 🌷
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भावों को पढ़ पाते ।
जीवन भी गढ़ पाते ।।
दुनिया सुंदर अपनी ।
शिखरों पर चढ़ पाते ।।
ख्वाहिश हरदम जिंदा ।
मीना हम मढ़ पाते ।।
प्यार यहाँ मंजिल का ।
दिल से दिल कढ़ पाते ।।
खुशियाँ बांटे खेदू ।
सच आगे बढ़ पाते ।।
…………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
1-8-2023मंगलवार