23/67.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/67.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 खोजय मा सब मिलथे 🌷
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खोजय मा सब मिलथे ।
जिनगी मा सब मिलथे।।
सत ईमान धरम रख ।
दुनिया मा सब मिलथे ।।
महकत हे फूल जिहां ।
बगियां मा सब मिलथे।।
भाग अपन हाथ लिखे।
चाहे मा सब मिलथे।।
एकजबानी खेदू।
माने मा सब मिलथे।।
……….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
24-10-2023मंगलवार