23/66.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/66.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 सत के संगी जीत होथे 🌷
22 22 2122
सत के संगी जीत होथे।
कोने दुसमन मीत होथे।।
जीयत जिनगी अपन दुनिया।
कइसे नीत अनीत होथे।।
बात धरम अधरम इहां का।
नेक सुघ्घर अस रीत होथे ।।
देख जमाना अंधरा कस।
एके पट अउ चीत होथे।।
अपन बुराई त्याग खेदू।
गीत नवा संगीत होथे।।
………..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
24-10-2023मंगलवार