23/61.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/61.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 बदल जाही जिनगी देख लेबे🌷
2122 22 2122
बदल जाही जिनगी देख लेबे।
सुघ्घर होही दुनिया देख लेबे।।
समझदारी ले हर काम बनथे।
महक जाही बगियां देख लेबे।।
रेंगत रथे कांटा अउ खुटी मा।
पांव बर पनही हे देख लेबे।।
छीनही कोन इहां भाग के ला।
जौन मिलही तोला देख लेबे ।।
हाथ जगन्नाथ अपन आज खेदू।
राज करबे तेहा देख लेबे।।
…………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
23-10-2023सोमवार