Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Oct 2023 · 1 min read

23/52.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*

23/52.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷खोचका डबरा एक हवे 🌷
2122 22 22
खोचका डबरा एक हवे।
देख सब लबरा एक हवे।।
अजब दुनिया गजब कहानी।
लाल पीला कबरा एक हवे।।
रोज रोथे रोना संगी ।
सिल बट्टा पसरा एक हवे।।
जौन कहिबे माने न गुने ।
नाज अउ नखरा एक हवे।।
बोल बोली वादा खेदू।
जोश मा खतरा एक हवे ।।
………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
21-10-2023शनिवार

231 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

कुछ दर्द कुछ खुशियां
कुछ दर्द कुछ खुशियां
Sunil Maheshwari
यकीनन तुम्हारे बिना जीना किसी दर्द से कम नहीं,
यकीनन तुम्हारे बिना जीना किसी दर्द से कम नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
2497.पूर्णिका
2497.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
गैरों की भीड़ में, अपनों को तलाशते थे, ख्वाबों के आसमां में,
गैरों की भीड़ में, अपनों को तलाशते थे, ख्वाबों के आसमां में,
पूर्वार्थ
विधा का हैं ज्ञान नही
विधा का हैं ज्ञान नही
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
- अपनो पर जब स्वार्थ हावी हो जाए -
- अपनो पर जब स्वार्थ हावी हो जाए -
bharat gehlot
* कुछ नहीं मिलता दिल लगाने से*
* कुछ नहीं मिलता दिल लगाने से*
Vaishaligoel
#ਗਲਵਕੜੀ ਦੀ ਸਿੱਕ
#ਗਲਵਕੜੀ ਦੀ ਸਿੱਕ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
অরাজক সহিংসতা
অরাজক সহিংসতা
Otteri Selvakumar
मैं भारत की बेटी...
मैं भारत की बेटी...
Anand Kumar
खाली सड़के सूना
खाली सड़के सूना
Mamta Rani
12 अंधे मोड
12 अंधे मोड
Kshma Urmila
अब ठहरना चाहता हूँ, कुछ दिनों
अब ठहरना चाहता हूँ, कुछ दिनों
Shreedhar
वेलेंटाइन डे आशिकों का नवरात्र है उनको सारे डे रोज, प्रपोज,च
वेलेंटाइन डे आशिकों का नवरात्र है उनको सारे डे रोज, प्रपोज,च
Rj Anand Prajapati
*जो भी जन भोले-भाले हैं, उनको केवल पछताना है (राधेश्यामी छंद
*जो भी जन भोले-भाले हैं, उनको केवल पछताना है (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
आइए चलें भीड़तंत्र से लोकतंत्र की ओर
आइए चलें भीड़तंत्र से लोकतंत्र की ओर
Nitin Kulkarni
अनवरत ये बेचैनी
अनवरत ये बेचैनी
Shweta Soni
बाहर मीठे बोल परिंदे..!
बाहर मीठे बोल परिंदे..!
पंकज परिंदा
अरे कुछ हो न हो पर मुझको कुछ तो बात लगती है
अरे कुछ हो न हो पर मुझको कुछ तो बात लगती है
सत्य कुमार प्रेमी
सपने
सपने
अशोक कुमार ढोरिया
पढ़ता  भारतवर्ष  है, गीता,  वेद,  पुराण
पढ़ता भारतवर्ष है, गीता, वेद, पुराण
Anil Mishra Prahari
" मायने "
Dr. Kishan tandon kranti
आज फ़िर
आज फ़िर
हिमांशु Kulshrestha
Passion for life
Passion for life
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
"फ़िर से तुम्हारी याद आई"
Lohit Tamta
जय श्री राम !
जय श्री राम !
Mahesh Jain 'Jyoti'
आजा रे अपने देश को
आजा रे अपने देश को
gurudeenverma198
प्रकृति
प्रकृति
Mohan Pandey
जीवन के दो पहलू
जीवन के दो पहलू
C S Santoshi
कण कण में प्रभु
कण कण में प्रभु
Sudhir srivastava
Loading...