23/45.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/45.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 जिनगी के आधार हरस 🌷
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जिनगी के आधार हरस।
तैं सपना साकार हरस।।
मिलगे ये भाग्य विधाता ।
तेहर इहां सरकार हरस।।
पाके तोला हिरदे खुश।
दुनिया के चमत्कार हरस।।
पीरित के भाखा संगी ।
मनमोहक इश्तहार हरस।।
साथ निभाबो खेदू हम ।
मोर मया के धार हरस।।
……….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
21-10-2023शनिवार