23/42.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका* 🌷गाथे मीर ददरिया🌷
23/42.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका* 🌷गाथे मीर ददरिया🌷
2221 212
गाथे मीर ददरिया ।
संग गोठ गोठिया ।।
हिरदे झूमथे इहां ।
देखे मोर नगरिया।।
रांधे साग भात ला।
मन ला मोह भतरिया ।।
सजथे साज संवरे ।
देखव सुघ्घर बजरिया।।
जग खेदू नवा बना।
नजरे नजर नजरिया ।।
……….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
20-10-2023शुक्रवार