23/31.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/31.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 बैरी नोहव मितान हरव🌷
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बैरी नोहव मितान हरव ।
हर समस्या के निदान हरव।।
सिरतो गैरी मतावत रा।
मन माटी के खदान हरव ।।
खुश हे खानाबदोश इहां ।
महल अटारी मकान हरव ।।
दुनिया मा महकथे जिनगी।
कोंदा मन के जबान हरव ।।
आँखी के सब अंधरा खेदू।
तसमा के नव दुकान हरव।।
………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
18-10-2023बुधवार