23/220. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/220. छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
🌷 नवा नवा रस्ता हवे🌷
1212 1212
नवा नवा रस्ता हवे।
लहू इहां सस्ता हवे।।
नई लगय दवा दुआ।
बने बुना दस्ता हवे।।
रसा रसा रसे रसा।
खरा खरा खस्ता हवे।।
पढ़े लिखे सबो बढ़े।
सुघ्घर अपन बस्ता हवे।।
मया खेदू करय जिहां ।
रखे रखा लस्ता हवे।।
…………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
01-01-2024सोमवार