23/205. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/205. छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
🌷 हाले डोले नहीं🌷
22 2212
हाले डोले नहीं ।
कुछु तो बोले नहीं ।।
का कर लेबे इहां।
मुहु ला खोले नहीं ।।
गा करमा ददरिया ।
पीरित घोले नहीं ।।
कांटा अरझे हवे।
दुनिया झोले नहीं ।।
जिनगी खेदू जिहां ।
चिरई फोले नहीं ।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
22-12-2023शुक्रवार