23/187.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/187.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 मनखे हुसियार होगे 🌷
22 22 122
मनखे हुसियार होगे।
अपने सरकार होगे।।
देख खुसी सब मनावत।
रोजेच तिहार होगे।।
पीरा जानय न मानय ।
मछरी बाजार होगे।।
हिरदे पथरा बने हे।
मन बेआधार होगे।।
कर जिनगी सुघ्घर खेदू।
बस घर संसार होगे।।
……..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
11-12-2023 सोमवार