23/18.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
23/18.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
🌷 पइसा ले खुसी नई मिलय 🌷
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पइसा ले खुसी नई मिलय ।
सोचे मा खुसी नई मिलय।।
जिनगी महकथे गजब इहां ।
फोकट मा खुसी नई मिलय ।।
कहिथे भाग मा हवे मजा ।
बिन मिहनत खुसी नई मिलय ।।
तारा चमकथे जगर बगर ।
नंगत ये खुसी नई मिलय।।
सुन खेदू बदल ले मने अपन ।
सबला सब खुसी नई मिलय ।।
………..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
16-10-2023सोमवार