Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Dec 2023 · 1 min read

23/172.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*

23/172.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 झूठ लबारी नई चलय🌷
22 22 1212
झूठ लबारी नई चलय ।
हिरदे खोटा नई चलय ।।
दुनिया रोज भुलयारथे ।
काना पासा नई चलय ।।
घर कुरिया मा सुघ्घर मया।
महल अटारी नई चलय ।।
महकत बगियां इहां जिहां ।
जादू टोना नई चलय ।।
जिनगी खेदू बने अपन।
काकर जांगर नई चलय ।।
…….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
03-11-2023 रविवार

265 Views

You may also like these posts

रामराज्य आदर्श हमारा, तीर्थ अयोध्या धाम है (गीत)
रामराज्य आदर्श हमारा, तीर्थ अयोध्या धाम है (गीत)
Ravi Prakash
स्पर्श करें निजजन्म की मांटी
स्पर्श करें निजजन्म की मांटी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
अपने अंदर करुणा रखो आवेश नहीं मेघ की वर्षा से पुष्प खिलते है
अपने अंदर करुणा रखो आवेश नहीं मेघ की वर्षा से पुष्प खिलते है
Ranjeet kumar patre
खामोशी
खामोशी
Sangeeta Beniwal
दावेदार
दावेदार
Suraj Mehra
14) अक्सर सोचती हूँ...
14) अक्सर सोचती हूँ...
नेहा शर्मा 'नेह'
खूबसूरती
खूबसूरती
Mangilal 713
"लफ्ज़...!!"
Ravi Betulwala
दम तोड़ते अहसास।
दम तोड़ते अहसास।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
साहित्य गौरव
"समझ लेना होगा"
Dr. Kishan tandon kranti
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
SPK Sachin Lodhi
हो विसर्जन
हो विसर्जन
Seema gupta,Alwar
Go Ahead and Touch the Sky
Go Ahead and Touch the Sky
VINOD CHAUHAN
खामोशी
खामोशी
पूर्वार्थ
लेखक
लेखक
Shweta Soni
मोहब्बत।
मोहब्बत।
Taj Mohammad
4378.*पूर्णिका*
4378.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गीत
गीत
Jai Prakash Srivastav
कहो वह कौन आता है?
कहो वह कौन आता है?
कुमार अविनाश 'केसर'
झूठा फिरते बहुत हैं,बिन ढूंढे मिल जाय।
झूठा फिरते बहुत हैं,बिन ढूंढे मिल जाय।
Vijay kumar Pandey
ज़िंदगी से जितना हम डरते हैं,
ज़िंदगी से जितना हम डरते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
दो साँसों के तीर पर,
दो साँसों के तीर पर,
sushil sarna
व्यक्ति महिला को सब कुछ देने को तैयार है
व्यक्ति महिला को सब कुछ देने को तैयार है
शेखर सिंह
-मुस्कुराना सीख गए -
-मुस्कुराना सीख गए -
bharat gehlot
#जय_माता_दी
#जय_माता_दी
*प्रणय*
शिकायत है हमें लेकिन शिकायत कर नहीं सकते।
शिकायत है हमें लेकिन शिकायत कर नहीं सकते।
Neelam Sharma
*जीवन को सुधारने के लिए भागवत पुराण में कहा गया है कि जीते ज
*जीवन को सुधारने के लिए भागवत पुराण में कहा गया है कि जीते ज
Shashi kala vyas
प्रेरणा गीत
प्रेरणा गीत
संतोष बरमैया जय
हे देवाधिदेव गजानन
हे देवाधिदेव गजानन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...