23/172.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/172.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 झूठ लबारी नई चलय🌷
22 22 1212
झूठ लबारी नई चलय ।
हिरदे खोटा नई चलय ।।
दुनिया रोज भुलयारथे ।
काना पासा नई चलय ।।
घर कुरिया मा सुघ्घर मया।
महल अटारी नई चलय ।।
महकत बगियां इहां जिहां ।
जादू टोना नई चलय ।।
जिनगी खेदू बने अपन।
काकर जांगर नई चलय ।।
…….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
03-11-2023 रविवार