23/168.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/168.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 टेटका कस रंग बदलथे🌷
212 22 22 2
टेटका कस रंग बदलथे ।
अंधरा जस ढंग बदलथे।।
कोन संगी बइरी मितवा ।
देख ले बस जंग बदलथे।।
ये मया ये पीरित कतना ।
चाल चल के संग बदलथे।।
सोच हे का काकर कइसन ।
आज जिनगी तंग बदलथे।।
का जमाना आगे खेदू ।
फोकटे सब अंग बदलथे ।।
………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
30-11-202गुरुवार