23/138.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/138.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 तै मया के रंग घोर देबे🌷
212 2212 122
तै मया के रंग घोर देबे।
रोज दुनिया संग बोर देबे ।।
महकत रही फूल अपन बगियां ।
सुघ्घर चिनहा जोंग जोर देबे।।
बदल जाही देख हमर जिनगी।
तेहर जुन्ना रीति टोर देबे।।
नजर मा सब राख के इहां रा।
माथ ला सिरतोन फोर देबे ।।
बन जही खेदू नवा रद्दा हा।
दांत ला झन तै निपोर देबे।।
……….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
14-11-2023मंगलवार