21. *आंसू*
हर पल संग रहते ये आंसू,
दिल की बात कहते ये आंसू।
इन्हीं मोतियों संग खोली आंखें,
अपनी चमक से जहां …
दिखाते ये आंसू।
मुस्कुराहट में छिप जाते…
घबराहट में बह जाते ये आंसू।
सुख- दु:ख , मिलन हो या जुदाई…
पलकों का दामन छोड़ देते ये आंसू।
पश्चाताप की अग्नि को भी…
‘मधु’ शान्त करते ये आंसू।