2020
….2️⃣0️⃣2️⃣0️⃣…..
ऐ 2020-
तूने हमे बहोत है सताया, दुनिया मे कोरोना फैलाया,
हर खुशियों और त्योहारों पर सिर्फ, फासलों का सिलसिला तूने बनाया।
ऐ 2020 हे शिकायते तुझसे ढेर सारी, मगर तेरे आने से हमने अपनों का साथ पाया ,
तूने ही इंसानियत सिखाई,
क्या होती है देशभक्ती? यह बताई,
माना तूने हम सबको कैदी बनाया,.
24 घंटे घर मे बसाया,
मगर, तूने ही रिश्तों के धागों मे प्यार बढ़ाया,
अपनों का महत्त्व समझाया
इंसान को सही रास्ते पे लाया,
पहली बार इंसान ने सेहत के लिए पैसा छोडा .
जो घमंड था अमिरिका का वह भी तोड़ा,
ऐ 2020 तूने, किसान, मकान की अहमियत समझायी.
डॉक्टर और पोलिस के बलिदानों को कीमत दिलवायी,
मुझे और मेरे परिवार को जिंदगी का नया सबक सिखाया ,
रास्ते मे मुश्किलों का शिखर पार कराया
जिंदगी से लढने का नया तर्जुबा पाया |
ऐ 2020 तूने इतिहास रचाया ,
हर इंसान को मुश्किलों का सामना करना बताया,
हमे हमारी गलतियों का अहसास दिलवाया ,
जीवन में लड़ना हर हाल में खुश रहना -सिखाया।
यादों का खजाना तेरो साथ खोला हमने.
वादी का समंदर तेरे साथ पूरा किया हमने ||
ये 2020 सच कहूं तो,
शुक्रिया जिंदगी मे नया मोड’ लाने केलीये, हर वक्त को अहमियत दो यह समझाने के लिये ||