मुस्कुराती आंखों ने उदासी ओढ़ ली है
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
नींद का कुछ ,कुसूर थोड़ी था।
जीवन रंगमंच
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
देखि बांसुरी को अधरों पर
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
दौलत -दौलत ना करें (प्यासा के कुंडलियां)
साँवलें रंग में सादगी समेटे,
यदि हमें अपने वास्तविक स्वरूप का दर्शन करना है फिर हमें बाहर
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
संबंध की एक गरिमा होती है अगर आपके कारण किसी को परेशानी हो र
*......इम्तहान बाकी है.....*
हिंदी दोहे-पुरवाई
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'