14 जुलाई 2020 की सच्ची घटना- मेरी बहन मेरी दोस्त बिंदु की आत्महत्या
कल शाम
मैं बिंदु के परिजनों से धनबाद जाकर PMCH में मिला । सभी लोंगो का हालात बहुत खराब था।वो अभी भी यकीन नहीं कर पा रहे थे कि उनकी लाडली बिंदु अब इस दुनिया में नहीं रही।उनके भाई बबलू महतो से बात करने पर उसने बताया कि घर में सब ठीक चल रहा था वो तो बहुत मिलनसार हसमुख स्वाभव की थी कल रात में जब बबलू काम से आए तो उनकी माँ बोली कि बिंदु ने दरवाजा बंद कर ली है।बहुत आवाज देने पर जब वो नहीं खोली तब दरवाज़ा तोड़ना पड़ा। तोड़ते जो नजारा दिखा बहन को रस्सी से झूलते देख सबके होश उड़ गए। क्या करें न करें सबके पैरों तले जमीन खिसक गई।पड़ोसी के मदद से उसे फंदे को काटकर नीचे उतारा गया।रात में ही हस्पताल लाया गया।जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।अभी तक उसके पार्थिव शरीर को परिजनों को नहीं सोपा है।कोरोना जाँच एवं पोस्टमार्टम रिपोर्ट दर्ज करने के बाद ही दिया जायेगा। अन्य मौजूद लोगों ने बताया कि वो परीक्षा को लेकर भी काफी तनाव में थी। तो किन्हीं ने दोस्ती यारी का चक्कर ।क्योंकि BBMKU ने अभी तक परीक्षा के बारे में साफ साफ कुछ नहीं कहा है।सिर्फ बिंदु ही नहीं बहुत सारे विद्यार्थी तनाव में है।बीते कुछ महीनों में कई छात्रों ने आत्महत्या की है।ये चिंताजनक बात है।आत्महत्या करने की बहुत सारी वजह थी परीक्षा,बेरोजगारी, परिवार, प्रेम,सरकार आदि आप सब तय करें कि क्या ये सही है। मेरा अपने दोस्तों से हाथ जोड़कर निवेदन है ऐसा गलत कदम न उठाए।अपने घरवालों और समाज को शर्मिंदा न करें।क्योंकि
मरने की एक वजह होती है
और जीने की हजारों।उस हजार वजह के लिए जिए।
जीवन का लक्ष्य निर्धारित कर उसे हासिल करने के लिए जियें।