Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Mar 2020 · 1 min read

? ? ? ? ? ? ? ?

कुछ ख्वाबों से ऊब गये क्या
कहीं और सपने बुनने लगे हो

मुहब्बत सच्ची नहीं लगती ?
गैरों को जो गौर से सुनने लगे हो

सब कुछ खोया दिल वीरान हो गया
यार ये इश्क कहां ? एहसान हो गया

चंद लम्हे ही तो थे हमारे पर ?
मुलाकात मे़ं भी मुहलत गिनने लगे हो

Language: Hindi
1 Like · 352 Views

You may also like these posts

एक सड़क जो जाती है संसद
एक सड़क जो जाती है संसद
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
घृणा प्रेम की अनुपस्थिति है, क्रोध करुणा और जागरूकता का अनुप
घृणा प्रेम की अनुपस्थिति है, क्रोध करुणा और जागरूकता का अनुप
Ravikesh Jha
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
जब इंस्पेक्टर ने प्रेमचंद से कहा- तुम बड़े मग़रूर हो..
जब इंस्पेक्टर ने प्रेमचंद से कहा- तुम बड़े मग़रूर हो..
Shubham Pandey (S P)
प्रेम क्या है...
प्रेम क्या है...
हिमांशु Kulshrestha
Par Dada ji ki seekh
Par Dada ji ki seekh
Prakash Pankaj
पुरुष जितने जोर से
पुरुष जितने जोर से "हँस" सकता है उतने जोर से "रो" नहीं सकता
पूर्वार्थ
नहीं रखा अंदर कुछ भी दबा सा छुपा सा
नहीं रखा अंदर कुछ भी दबा सा छुपा सा
Rekha Drolia
कौर दो कौर की भूख थी
कौर दो कौर की भूख थी
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सरस्वती बंदना
सरस्वती बंदना
Basant Bhagawan Roy
सुलोचना
सुलोचना
Santosh kumar Miri
आंखें
आंखें
Ghanshyam Poddar
हर जरूरी काम ढंग से होने चाहिए...
हर जरूरी काम ढंग से होने चाहिए...
Ajit Kumar "Karn"
अहम जब बढ़ने लगता🙏🙏
अहम जब बढ़ने लगता🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*मेरी गुड़िया सबसे प्यारी*
*मेरी गुड़िया सबसे प्यारी*
Dushyant Kumar
चलना तुमने सिखाया ,रोना और हंसना भी सिखाना तुमने।
चलना तुमने सिखाया ,रोना और हंसना भी सिखाना तुमने।
SUNIL kumar
दो अक्टूबर - दो देश के लाल
दो अक्टूबर - दो देश के लाल
Rj Anand Prajapati
आबाद मुझको तुम आज देखकर
आबाद मुझको तुम आज देखकर
gurudeenverma198
प्रीत पुराणी
प्रीत पुराणी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
शिव लंकेश संवाद
शिव लंकेश संवाद
manorath maharaj
23/175.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/175.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"यह आम रास्ता नहीं है"
Dr. Kishan tandon kranti
..
..
*प्रणय*
विनती
विनती
Mahesh Jain 'Jyoti'
जुदाई
जुदाई
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
खुशियों की आँसू वाली सौगात
खुशियों की आँसू वाली सौगात
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कागज़ ए जिंदगी
कागज़ ए जिंदगी
Neeraj Agarwal
सिर्फ व्यवहारिक तौर पर निभाये गए
सिर्फ व्यवहारिक तौर पर निभाये गए
Ragini Kumari
जीवन साँझ -----
जीवन साँझ -----
Shally Vij
*संभल में सबको पता, लिखा कल्कि अवतार (कुंडलिया)*
*संभल में सबको पता, लिखा कल्कि अवतार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...